राजधानी।लखनऊ में गुडम्बा थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात से लापता एक कक्षा 3 के छात्र का शव बुधवार सुबह बरामद हुआ। शव मिलने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मृतक छात्र के चेहरे और शरीर पर गहरे चोट के निशान पाए गए हैं, जिससे प्रथम दृष्टया यह आशंका जताई जा रही है कि उसकी बेरहमी से हत्या की गई है।
परिजनों के अनुसार छात्र मंगलवार दोपहर से लापता था। उन्होंने शाम होते-होते उसकी तलाश शुरू कर दी थी, लेकिन जब देर रात तक कोई सुराग नहीं मिला, तो गुडम्बा थाने में गुमशुदगी की तहरीर दी गई। स्थानीय सूत्रों का दावा है कि पुलिस ने तहरीर मिलने के बावजूद गुमशुदगी दर्ज करने में देर की, और यह रिपोर्ट शव मिलने के बाद ही लिखी गई।
मामले में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। आमतौर पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने में पुलिस 24 घंटे का समय लेती है, लेकिन इस मामले में परिजनों का आरोप है कि रिपोर्ट दर्ज करने में जानबूझकर देरी की गई। सोशल मीडिया पर भी देर रात गुमशुदगी की खबर तेजी से वायरल हुई थी।
बुधवार सुबह जैसे ही छात्र का शव मिला, इलाके में शोक और आक्रोश की लहर दौड़ गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों की पुष्टि हो सकेगी।
हालांकि इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में है। यदि वास्तव में गुमशुदगी की रिपोर्ट शव मिलने के बाद दर्ज की गई है, तो यह गंभीर लापरवाही मानी जा सकती है। अब देखना यह है कि जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और क्या जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई होती है
संवाददाता चंद्र पांडेय
